पारिवारिक संबंधों के आपसी निर्वहन में जब समस्या होने
लगे, आपसी मतभेद आदि बढ़ जाएँ, जब आप
दोनों संबंधों को चला पाने में असमर्थ हो जाएँ, तब तलाक
का एक प्रावधान भारतीय विधिक नियमों के अनुसार दिया गया है|
जबकि विवाह
केवल 1 दिन का कार्य है लेकिन तलाक में 15 दिन से 1 वर्ष का समय लग सकता है, यह तलाक के कारण, तलाक के प्रारूप, आपसी संबंध, लेन-देन के मतभेद, पारिवारिक मतभेद, अंतर्वैवाहिक संबंधो, विवाहेतर संबधो आदि वैधानिकाताओं आदि पर निर्भर करता है|
विवाह एवं
तलाक के लिए VakeelRKC की टीम विशेष रूप से वैधानिक
एवं प्रक्रियात्मक अनुभव रखती है| यदि किसी कारण आपके सम्बन्ध आगे बढ़ पाने असंभव
हो और आप तलाक का निर्णय लेना चाहते हैं और इसी के साथ गुजारा भत्ता, हर्जाना,
बाल-संरक्षण अधिकार आदि भी चाहते हैं या नहीं चाहते है जो भी स्थिति हो, तो VakeelRKC
की टीम आपकी पूरी सहायता करेंगी|
जमानत भी एक विधिक कार्य है, जोकि विधि कानूनी दांव-पैचो/प्रक्रियाओं/तार्किक
पक्षकार आदि के आधार पर उस व्यक्ति को, जिसका अभी अपराध सिद्ध में हुआ हो या सजा न
मिली हो, को जमानत पर रिहा कराना कहा जाता है| जमानत के लिए VakeelRKC की टीम आपको विभिन्न प्रकार की सहायता
प्रदान करने से लिए तत्पर है|
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