प्रेम-विवाह
को समझने से पहले हमें समझना होगा कि प्रेम क्या है| प्रेम एक मानसिक खुशी और
अपनात्व का भाव है, प्रेम एक आध्यात्मिक ऐश्वर्य उपहार है| जब व्यक्ति किसी भी अन्य व्यक्ति जिसे वह प्यार
करता है उससे भावनात्माव और आध्यात्मिक स्तर पर इस हद तक जुड़ जाताहै कि उसका स्वयं
का व्यक्तित्व संकटप्रद स्थिति में पहुच जाता है| उसकी स्वयं की ख़ुशी-दुःख, पीड़ा- सफलता यहाँ तक कि स्वयं की भावनाएं भी
उसके प्रेमी/प्रेयसी के भावो पर ही निर्भर हो जाती है| प्रेम को ईश्वर प्राप्ति का भी एक साधन बताया
गया है जो दूसरी आत्मा में इस तरफ आत्मसात हो जाये कि स्वयं का भी भान न रहे यही
ईश्वर आराधना का भी पक्ष है, इस विषय पर अधिक पड़ने के लिए मेरा निम्न लेख देखें----
अब बात करते है की प्रेम-विवाह क्या है—
1.
क्या आपसी सहमती से विवाह करना प्रेम-विवाह है?
2.
क्या प्रेम करके विवाह करना प्रेम-विवाह है?
3.
क्या विवाह करके प्रेम करना प्रेम-विवाह है?
4.
क्या सदैव प्रेम करते हुये वैवाहिक जीवन जीना प्रेम-विवाह है?
5.
क्या जिस दिन से एक-दुसरे के प्रति समर्पण भाव जागा उस दिन से जीवन पर्यंत प्रेमवत
वैवाहिक जीवन जीना प्रेम-विवाह है?
6.
क्या कोर्ट मैरिज करना प्रेम-विवाह है?
7.
क्या Live-in प्रेम-विवाह है ?
8.
क्या ये सब प्रेम-विवाह है या प्रेम-विवाह केवल एक अवधारणा मात्र है या कुछ
और...
जैसा कि आप उपरोक्त फेसबुक पेज पर पढेंगे, तब प्रेम-विवाह की परिभाषा
संभवतय: कुछ स्पष्ट हो| लेकिन मेरा प्रेम-विवाह के विषय में यह मानना सुनिश्चित है
कि जब आप उपरोक्त परिभाषा के अनुसार किसी से प्रेम कर रहे हो तब सामाजिक जीवन और
प्रणय का भाव जागे तब विवाह करना और और सतत उसी भाव से प्रेममय जीवन को अंत समय तक
जीना ही प्रेम-विवाह है|
प्रेम एक सतत विकासवान प्रक्रिया है और लगातार मजबूत होता है, भारतीय शास्त्रों में ही विश्व में एकमात्र
प्रेमविवाह का उल्लेख है, लेकिन यह प्रेम भावनात्मक और आध्यात्मिक है, पवित्र है, बलिदान, ख़ुशी और एक-दुसरे की समृद्धि, तपस्या और सहायता है| और विवाह एक योग है जो व्यतिगत और मानवता के
स्तर पर उद्विकास का मार्ग है| और फिर कभी---
सुचना:- उपरोक्त लेख
युवा सामाजिक सुधारक, विभु फाउंडेशन और तेजस दल के महासचिव श्रीमान् रविकान्त तेजस ने VakeelRKC के लिए लिखा है, ये लेखक के व्यतिगत विचार है, इनका VakeelRKC की टीम का कोई वैधानिक उत्तरदायित्व नहीं है|
VakeelRKC
आपकी सेवा में:- आप किसी भी व्यक्ति से जिसने आप प्रेम करते है, सामाजिक और
वैधानिक रूप से रजिस्टर्ड (पंजीकृत) करा सकते है, VakeelRKC की टीम आपकी पूरी सहायता एवम् सुरक्षा करेंगी| प्रेम विवाह को आप वैधानिक भाषा में कोर्ट मैरिज भी कह सकते है क्योंकि यह न
केवल आपके प्रेम संबंधो को सामाजिक पहचान देती है बल्कि वैधानिक सुरक्षा भी प्रदान
करती है|
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